बा-नूर
Sunday, June 15, 2014
'माँ'
राम लिखा,
रेहमान लिखा;
गीता और कुरान लिखा;
जब बात हुई पूरी दुनियां को एक लफ्ज़ में लिखने की;
तब मैंने 'माँ' का नाम लिखा।
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